Saturday 30 June 2018

 नेवल स्प्रिंग से नाभी के आकार को सुन्‍दर लुक देना
आज कल महिलाओं में गहरी एंव आकार में गोल चौडी नाभी का महत्‍व बढते जा रहा है नाभी प्रर्दशन का फैशन तेजी से युवा महिलाओं में बढते जा रहा है नीशेप क्‍लीनिक या नीशेप पार्लर में नाभी को गहरा गोल आकृषक लुक दिया जाता है । नी शेप पार्लर आज के समय में एक लाभ का व्‍यवसाय बनते जा रहा है । इस व्‍यवसाय में पूजीं निवेश कम होने के साथ लाभ अधिक है । इसीलिये ब्‍युटी पार्लर अपने यहॉ नीशेप क्‍लीनिक की ब्रॉच खोल कर लाभ कमा रही है चूकि अभी इसके जानकारों का ब्‍याप्‍त अभाव है इसकी सुविधाये हमारे देश में केवल महानगरों तक ही सीमित है ।

नेवेल स्प्रिंग :- नेवेल स्प्रिंग एक साधारण सी स्प्रिंग है जो स्‍टीललैस स्‍टील की नाभी साईज अर्थात नाभी के वृत से थोडी सी बडी होती है । इसे सकरी एंव कम गहरी नाभी के अन्‍दर डाल कर छोड दिया जाता है । जैसा कि हम सभी इस बात को अच्‍छी तरह से जानते है कि स्प्रिंग का स्‍वभाव होता है यदि उसे दबा कर छोड दिया जाये तो वह अपने मूल आकार में लौट आती है । इसी उदेश्‍य का उपयोग यहॉ पर नाभी के आकार को बढाने एंव उसे गहरा करने में होता है । कम गहरी या सकरी नाभी या फिर इस प्रकार की नाभी जिसमें नाभी धारीयॉ स्‍पष्‍ट रूप से दिखलाई देती है जिसकी वहज से नाभी का सौर्न्‍दय जाता रहता है । इस प्रकार की नाभी को आकार चौडा गोल शेप में गहरा बनाने के लिये नेवेल स्प्रिंग का प्रयोग नीशेप क्‍लीनिक या नीशेप पार्लर में किया जाता है । इसे नाभी पर लगाना बहुत ही आसान है तथा इसे कभी भी आसानी से निकाला जा सकता है महिलाये स्‍वंय इसे अपनी सुविधानुसार लगा सकती है एंव निकाल सकती है नेवेल स्प्रिंग का उपयोग स्‍थाई एंव अस्‍थाई दोनो तरीके से किया जा सकता है । नेवल स्प्रिंग का एक फायदा यह भी है कि इससे नाभी निश्‍चत रूप से आकार में गोल चौडी गहरी सुन्‍दर हो जाती है । नेवल स्प्रिंग को नाभी के अन्‍दर डाल कर छोड देने से वह अपने स्‍वाभाविक दबाब के कारण नाभी के अन्‍दर के मसल्‍स पर दबाब डालती है इससे स्प्रिंग का पतला तार नाभी के अन्‍दर मसल्‍स में इस प्रकार दबाब देते हुऐ छिप जाता है कि आसानी से नजर नही आता इसीलिये ऐसी महिलाये जो पार्टी या किसी फंगशन आदि में जाती है या फिर फिल्‍म मीडिया या टेलीविजन अदाकारा जो नाभी र्दशना वस्‍त्र पहनना चाहती है वे अस्‍थाई नेवेल स्प्रिंग का प्रयोग करती है ताकि उनकी नाभी गहरी सुन्‍दर दिखे । नेवेल स्प्रिंग:- नेवल स्प्रिंग स्‍टील की एक साधारण सी स्प्रिंग है जो नाभी के साईज या नाभी साईज से थोडी सी बडी होती है । इसे नाभी के अन्‍दर की सतह पर दबा कर छोड दिया जाता है दबाव के कम होते ही स्प्रिंग अपने स्‍वाभाव के कारण अपनी मूल स्थीति में आ जाती है एंव नाभी की दिवारों पर दबाब देते हुऐ आकार में चौडा कर देती है यदि नाभी पर धारीयॉ स्‍पष्‍ट रूप से दिखलाई दे रही है तो वह भी स्प्रिंग की दबाब की वजह से आसानी से छिप जाती है । स्प्रिंग के इस दबाब के कारण नाभी आकार में गोल गहरी दिखलाई देने लगती है । नाभी पर नेवल स्प्रिंग को लगाना बहुत आसान है आप नाभी की साईज से थोडी बडी साईज की स्प्रिंग को ले एंव इसे अंगुलियों से दबाते हुऐ भी के अन्‍दर डालकर छोड दे आप चाहे तो फारशेप या किसी चिमटी का प्रयोग भी कर सकते है । जैसे ही इसे नाभी की सतह पर छोडा जाता है यह फैल कर नाभी के आकार को गोल बना देती है । तथा नाभी का साईज इसके नियमित उपयोग से स्‍थाई रूप से आकार में गोल एंव गहरा हो जाता है । इसके नियमित उपयोग से जब नाभी का आकार बढ जाता है तो यह स्प्रिंग अपने आप निकल जाती है । इससे यह सिद्ध होता है कि नाभी का आकार पहले की अपेक्ष बढ गया है यदि आप को इससे भी अधिक आकर में नाभी को चौड गोल करना हो तो उससे कुछ बडी साईज के नेवल स्प्रिंग का प्रयोग कर सकते । वैसे तो मात्र नेवल स्प्रिंग से नाभी आकार में चौडी गोल हो जाती है परन्‍तु कुछ महिलाओं की नाभी आकार में चौडी तो हो जाती है परन्‍तु गहरी कम होती है उन्‍हे नेवेल स्प्रिंग के बाद नेवेल कार्क का प्रयोग करना चाहिये इसके साथ ही यदि नाभी के उपर के मसल्‍स कम है तो कपिंग का प्रयोग कर नाभी प्रदेश के मसल्‍स को उभारा जा सकता है । नाभी प्रदेश के मसल्‍स के उभरने से नाभी स्‍वाभाविक रूप से अधिक गहरी दिखने लगती है ।

सावधानी:- नेवेल स्प्रिंग का प्रयोग प्रारम्‍भ में उतनी ही साईज का करे जिससे नाभी पर अधिक दबाब न पडे एंव स्प्रिंग इस प्रकार की होना चाहिये ताकि त्‍वचा को नुकसान न हो  2-समय समय पर नेवल स्प्रिंग को निकाल कर किसी एन्‍टीसेप्‍टीक लोशन से साफ करते रहना चाहिये । साथ ही नाभी के अन्‍दर भी सफाई करना आवश्‍यक है । 3- नाभी के आकार को अधिक चौडा करना हो तो नेवेल स्प्रिंग की साईज को समय समय पर बढाते जाना चाहिये ।
नाभी को गहरा आकृषक बनाने का लाभकारी व्‍यवसाय :- आज के इस फैशनपरास्‍ती युग में जहॉ युवा महिलाओं में नाभी का प्रर्दशन एक फैशन बन चुका है । इस लिये प्रत्‍येक युवा महिलाये चाहती है कि उनकी नाभी आकृषक गहरी गोल हो इसलिये वे नाभी को गहरा आकृषक बनाने के लिये नीशेप क्‍लीनिक की तलाश में रहती है परन्‍तु नीशेप क्‍लीनिक की सुविधायें केवल महानगरों तक ही सीमित है । इसलिये यदि इस व्‍यवसाय को अपने पार्लर में प्रारम्‍भ किया जाता है तो यह आसानी से चल निकलता है एंव आप का नेटवर्क बिना किसी प्रचार प्रसार के अपने आप बनने लगता है । इस कार्य के मुंह मांगी कीमत भी मिलती है । इस व्‍यवसाय की एक खॉसीयत और भी है जैसा कि उपर कहॉ गया है कि अभी इसका कार्य मात्र महानगरों तक ही सीमित है इस लिये यदि आप इस व्‍यवसाय को प्रारम्‍भ करते है तो अपने नगर ही नही बल्‍की आस पास के नगरों में भी आप इसके एकलौते जानकार होगे एंव यह सुविधा मात्र आप के यहॉ ही उपलब्‍ध होने से ग्राहक बिना किसी प्रचार प्रसार के आप के ही पास आने को बाध्‍य होगे ।
नीशेप प्रशिक्षण :- चूंकि इसका प्रशिक्षण बहुत ही आसान है पहले आप इसके कोर्स का अध्‍ययन घर बैठे कर ले फिर किसी जानकार से इसका प्रशिक्षण प्राप्‍त कर सकते है जो मात्र एक घन्‍टे से भी कम समय में आप को इसमें ट्रेन्‍ड कर देगा या फिर ब्‍यूटी क्‍लीनिक के नि:शुल्‍क प्रशिक्षण शिविर में भी इसका प्रशिक्षण असानी से लिया जा सकता है  


भोजपुरी अभिनेत्र की नाभी को आकृषक बनाना




       भोजपुरी अभिनेत्र की नाभी को आकृषक बनाना

डॉ0सिंह का अनुभव केश - पटना बिहार में स्‍थानीय फिल्‍म अभिनेत्री जिसका नाम मै यहॉ पर नही लेना चाहूंगा । उसके फिल्‍म के किसी गाने की शूटींग थी परन्‍तु वह अपनी नाभी को लेकर परेशान थी । उसकी नाभी सकरी एंव उसके अन्‍दर की नाभी धारीयॉ स्‍पष्‍ट रूप से दिख लाई दे रही थी इससे उसके पेट एंव नाभी का आकृषण कम हो गया था । फिल्‍म के डायरेक्‍टर ने उसकी सकरी एंव कम गहरी नाभी की वजह से उस गाने के लिये किसी दूसरी अभिनेत्री को लेने का विचार किया था इससे वह बहुत परेशान थी । चूंकि हमारा ब्‍यूटी क्‍लीनिक का नि:शुल्‍क केम्‍प बिहार के पटना में लगा हुआ था । किसी ने उस
                                                                                                                     अभिनेत्री को हमारे यहॉ चलने वाले
कैम्‍प की जानकारी दी । उसने हमसे फोन पर सारी बाते बतलाई एंव घर आने को कहॉ मै और पटना की नीशेप एक्‍सपर्ट श्रीमति कल्‍पना शुक्‍ला दोनो उसके बंगले पर पहूंचे । उसने अपनी सारी स्थिति से बतलाते हुऐ कहॉ कि अभिनेत्रीयों के आकृषण में नाभी का विशेष महत्‍व है मेरी नाभी सकरी एंक कम गहरी तथा नाभी पर स्‍पष्‍ट रूप से धारीयों के दिखने के कारण फिल्‍म डायरेक्‍ट ने किसी दूसरी अभिनेत्री को गाने की शूटीग के लिये लेने पर विचार किया है इससे मै बहुत परेशान हूं । उसने अपनी नाभी हमे दिखलाई उसकी नाभी गोलाई में सकरी थी जिस पर नाभी धारीयों की वजह से वह


बहुत ही खराब दिख रही थी साथ ही कुछ नाभीयॉ पूर्ण गोलाकार न हो कर उस पर नाभी के अन्‍दर के अनावश्‍यक मोटी त्‍वचा की परतों की वजह से उसकी गहराई नही दिख रही थी । नाभी की गोलाई कम होने एंव त्‍वचा की परतो की वह से वह ढक चुकी थी फिर उसकी नाभी धारीयॉ की वहज से काले काले निशान उसके आकृषण का कम कर रहे थे । हमने विचार किया कि इसे नेवेल स्प्रिंग से गहरा आकार दिया जा सकता है परन्‍तु हम दोनो ने जो भी नेवल स्प्रिंग हमारे पास उपलब्‍ध थी उसे लगाया परन्‍तु एक भी स्पिंग फिट नही हुई ,हम दोनो ने विचार किया कि चॉदी की पतली तारनुमा पटटी को नाभी की गहराई मे डाल कर फैला दिया जाये तो नाभी का सकरापन एंव उस पर दिखने वाली त्वचा की परतों को आसानी से छिपाया जा सकता है । इसलिये हमने सुनार की दुकान से एक पतली चॉदी की पटटी (तार जैसी) बुलवाई एंव उसे नाभी के आकार एंव गहराई के अनुसार उसे हमने अपने अनुसार ठोक पीट कर बनाया फिर उसकी नाभी की गहराई के अन्‍दर डाल कर प्‍लास से फैला दिया । हमे खुद विश्‍वास नही हुआ कि वह चांदी का तार नाभी के गहरे भाग मे जा कर इस प्रकार से फैल कर सेट हो गया कि दिखलाई तक नही दे रहा था । उसकी नाभी गोल गहरी सुन्‍दर दिखने लगी जब उस अभीनेत्री ने अपनी गहरी
नाभी को देखा तो उसे स्‍वय विश्‍वास नही हुआ कि इतनी सुन्‍दर गहरी एंव आकार में गोल नाभी कैसे हो गयी उसने हमसे पूछा भी कि कही ऐसा तो नही होगा कि गाने में हरकत की वहज से नाभी पर लगा तार गिर जाये एंव नाभी पुन: जैसी है वैसी ही हो जाये । हमने कहॉ कि इसे हमने नाभी की गहराई में इस प्रकार से फैला दिया है कि वह त्‍वचा एंव मॉस पर दबाब देते हुऐ फैला है इससे उसके गिरने की कोई संभावना नही है परन्‍तु इसे जब निकालना हो या कोई परेशानी हो तो आप इसे दबा कर प्‍लास से आसानी से निकाल सकते है । अभीनेत्री इस प्रयोग से बहुत खुश थी । उसने बतलाया कि आज ही उसके गाने की शूटीग है एंव इस प्रकार से आप ने बिना किसी चीर फाड किये नाभी को गहरा सुन्‍दर बना दिया मै बहुत खुश हूं आप लोग हमारी शूटिंग पर अवश्‍य आये परन्‍तु चूंकि हमारे नि:शुल्‍क प्रशिक्षण की वजह से हमने आने में अपनी असमर्थता जतलाई । शाम को ही उस अभीनेत्री का फोन आया उसने कहॉ गॉने की शूटिंग अच्‍छे से हो गयी नाभी पर लगाया तार नही गिरा एंव डायरेक्‍टर सहाब भी मेरे गहरी आकृषक नाभी को देख कर प्रशन्‍न थे तथा इस गाने के लिये जिस स्‍थानीय दूसरी अभीनेत्री को लेने का विचार किया था उसे कैंसिल कर दिया गया । हम लोग दुसरे दिन अपने अपने घर चले गये । परन्‍तु दो तीन दिन लगातार उस हीरोईन का फोन आता रहा उसने बतलाया कि तार अभी भी लगा है मैने उसे बतला दिया था कि यह तार कुछ दिनों में नाभी के अन्‍दर जहॉ इसे फॅसाया गया है उसकी चौडई बढने से वह गिर जायेगा । करीब पन्‍द्रह दिनों बाद पुन: फोन आया उसने बतलाया कि तार गिर गया है परन्‍तु नाभी अभी वैसी ही आकृषक दिख रही है हमने कहॉ पुन: इसमें पहले से कुछ अधिक व्‍यास का तार डालना पडेगा इस प्रकार से तार के वृत को बढाते बढाते करीब छै: सात माह के बाद यह स्‍थाई आकार लेगा अभिनेत्री ने पुन: आने का आमंत्रण दिया हमने उसकी नाभी पर लगभग छै: माह तक इसी प्रकार से तार के व्‍यास को बढाते हुऐ नाभी के आकार व वृत को एक निश्चित आकार में एंव गहरा दिखे इसके लिये कपिंग उपचार कि इससे नाभी के आस पास की मॉस के बढ जाने से नाभी अत्‍याधिक गहरी व आकृषक दिखने लगी थी उसकी नाभी में गजब की सुन्‍दरता आ गयी थी हमने नाभी पर नाभी बल बनाने के लिये उसे एक नाडे को बांधने की भी सहाल दी यह नाडा नाभी के मध्‍य से होते हुऐ बॉधा जाता है इससे जहा पर नाडा बॉधते है वहॉ पर नाभी पर एक बल पडने लगता है इससे नाभी और भी अधिक गहरी आकृषक दिखने लगती है उस अभिनेत्री ने आशानुरूप परिणामों से प्रशन्‍न हो कर वैसा ही किया । कुछ दिनों बाद पुन: उसका फोन आया उसने बतलाया कि उसकी नाभी अत्‍याधिक गहरी आकार में गोल तथा नाभी पर बल पडने के कारण और भी सुन्‍दर दिखने लगी है  भोजपुरी फिल्‍मों में अभिनेत्रीयों की नाभी को प्राथमिकता से फिल्‍माया जाता है इसलिये अब उसे कई भोजपुरी फिल्‍मो में जिसमें गहरी सुन्‍दर नाभी को प्राथमिकता दी जाती है मिलने लगी थी । 



Thursday 20 October 2016

इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक की मूल 38 औषधियॉ

                   इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक की मूल 38 औषधियॉ 
 डॉ मैटी ने 114 बनस्‍पतियों से 60 मिश्रित दबाये बनायी थी, परन्‍तु अपेक्षित सफलता न मिलने पर धटाकर 38 कर दिया था । परन्‍तु मैटी के अतिरिक्‍त थिरोडर क्रास जर्मनी ने रिक्‍त हुऐ स्‍थानों पर पुन: औषधियों को मिश्रित कर दिया इससे दबाओं की संख्‍या 60 हो गई ।
डॉ0 सिन्‍हा इस चिकित्‍सा शास्‍त्र में मुख्‍य 38 औषधियॉ है ,उनमें से 32 गोलियों के रूप में और शेष तरल रूप में इसके अतिरिक्‍त जर्मन चिकित्‍सको ने इन दबाओं को आपस में मिलाकर 22 नई औषधियॉ और गोलियों के रूप में तैयार किया । इस प्रकार पुरानी और नई दवाओं
इस प्रकार नई और पुरानी दवाओं को मिलाकर अब तक कुल 60 औषधियॉ हो चुकि है ।
मुख्‍य 38 औषधियॉ  -
1-स्‍कोफोलोस ग्रुप की दबाये :--
  एस0 -1 से एस0-12 तक कुल -12 औषधियॉ
2-एन्‍जाईटिकोज ग्रुप की औषधियॉ :--
   ए0-1 से ए0-3 तक कुल -3 औषधियॉ
3-पेट्रोलस ग्रुप की औषधियॉ :--
  पी0-1 से पी0-4 तक कुल -4 औषधियॉ 
4-वर्मीफयूगोंज ग्रुप की औषधियॉ :-
  वर्मी -1 से वर्मी-2 तक कुल 2 औषधियॉ
5-कैंसरोसज ग्रुप की औषधियॉ :-
  सी0-1 से सी0-17 तक कुल 17 औषधियॉ
6- वेनेरियों ग्रुप की औषधियॉ :-
    वेन-1 कुल एक औषधियॉ :-
7- एस लॉस ग्रुप की औषधियॉ कुल 1 औषधियॉ
   एस लॉस -1 औषधी
8-इलैक्‍ट्रीसिसि ग्रुप की औषधीयॉ कुल 6 औषधीयॉ

  आर0ई0, बी0ई0, डब्‍लू0ई0, जी0ई0, 

इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक दबाओं को दस समूहों में बाटा गया है ।

इलैक्‍ट्रो होम्‍योपैथिक दबाओं को दस समूहों में बाटा गया है ।


क्र0
समूह
संकेत  
संख्‍या
 रोग विवरण
 प्रकृति
1
स्‍क्रोफोलोसोज
एस0 समूह
12 दबाये
रस प्रकृति ,बलवर्धक ,मेटाबोलिक पर प्रभावकारी ,रसों से सम्‍बन्धित समस्‍त बीमारीयों पर कार्य करती है ।
रस प्रकृति
2    
एंन्‍जाईटिकोज   
ए0 समूह
3 दबायें
रक्‍त प्रकृति रक्‍त से सम्‍बन्धित सम्‍स्‍त प्रकार की बीमारीयों पर कार्य करती है
रक्‍त प्रकृति
3
लिन्‍फाईटिकोज
एल0समूह

2 दबायें
रक्‍त एंव रस दोना की मिली जुली प्रकृति पर कार्य करती है
रस एंव रक्‍त प्रकृति
4
कैन्‍सरोसज
सी0 समूह
17 दबाये
 कोशिका, टिशू ,धॉव ,कैंसर  ]

5
फेब्रीफयूगोज
एफ0समूह
2 औषधियॉ
शरीर से पसीना लाला ,नर्व सिस्‍टम पर ,र्दद निवारक

6
बेनोरियोज  
वेन0 समूह
5 औषधियॉ
शरीर से अनावश्‍यक पदार्थो ,विजातीय तत्‍वों को बाहर निकालना

7
बर्मीफूयुगोज
वर0 समूह
2 औषधियॉ
कृमि नाशक,अन्‍य विजातीय किटाणुओं को शरीर से बाहर निकालना      

8
पेट्रोल
पी0 समूह
9 औषधियॉW
श्‍वसन तंत्र पर प्रभावकारी ,कफ नाशक ,खॉसी, तपेदिक रोग

9
इलैक्‍ट्रीसिटी
इ0एल0 समूह
6औषधियॉ  
 समस्‍त प्रकार के रोग, पीडा, रक्‍त प्रवाह,धॉव,मॉसपेशियों पर प्रकृति एंव रोगानुसार ,शरीर के वाहय एंव आन्‍तरिक प्रयोगों में
 प्रकृति एंव आकृषण शक्ति के अनुसार                   
10
त्‍वचा जल
ए0पी0पी समूह
1 औषधि  
त्‍वचा से सम्‍बन्धित समस्‍याओं पर ,त्‍वचा के सौन्‍द्धर्य हेतु,मस्‍से ,झुरूरीयॉ ,आदि पर
त्‍वचा ,त्‍वचा रोग ,






Saturday 8 October 2016

नेवेल कार्क से नाभी को गहरा सुन्‍दर बनाना

           नेवेल कार्क से नाभी को गहरा सुन्‍दर बनाना
  महिलाओं में नाभी र्दशना वस्‍त्रों के पहनने के कारण गहरी नाभी का महत्‍व काफी बढ गया है । नाभी को आकार में कुछ चौडा एंव गहरा कराने हेतु नीशेप पार्लर में नेवेल कार्क एंव नेवेल स्प्रिंग की सहायता से गहरा बिना किसी आपरेशन के आसानी से किया जाता है । गहरी नाभी की बात ही कुछ और होती है , वही सकरी या फिर कम गहरी नाभी देखने में सुन्दर नही दिखती , नाभी को गहरा करने के लिये उपयोग में आने वाले कार्क को नेवेल कार्क कहते है । नेवेल कार्क एक साधरण सा कार्क है जिसे नाभी के अन्‍दर डाला जाता है ताकि नियमित रूप से कार्क के दबाब के कारण वहॉ के मसल्‍स अन्‍दर की ओर धस जाते है इससे नाभी एक गहरा आकार ले लेती है । नेवेल कार्क उपलब्‍ध न हो तो इसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है । 


नेवेल कार्क बनाने की विधि :- नेवेल कार्क बनाना बहुत ही आसान है , इसे केवल इस प्रकार से बनाना होता है जिसमें नाभी पर नियमित दबाब बना रहे ताकि कार्क के दबाब के कारण नाभी अन्‍दर को दब जाये जिससे नाभी के अन्‍दर के मसल्‍स दबकर एक निश्चित आकर ले लेते है । नेवेल कार्क को बनाने के लिय बजार से जिस साईज की नाभी को आकार व गहराई देना हो उस साईज के प्‍लास्टिक के मोती को खरीद ले या फिर बच्‍चे जो कॉच की गोलीयॉ खेलते है इसे ले ले दोनो ही बजार में अलग अलग साईज के आसानी से उपलब्‍ध हो जाते है । इसके बाद इसे फिट करने के लिये आप एक रूपये साईज के सिक्‍के की साईज का या इससे थोडी बडे साईज एल्‍युमिनियम के गोल साईज का वृत के आकार की बस्‍तु को ले जिसके बीचों बीच एक छोटा सा छिद्र ताकि उसके उपर प्‍लास्टिक के मोती या कॉच की गोली को आसानी से इस प्रकार रखा जा सके ताकि वह इधर उधर गिरे नही । अब इसे आप क्‍युफिक्‍स या बजार में प्‍लास्टिक को चिपकाने वाले जो पदार्थ मिलते है उससे उसे उस जगह पर लगा कर चिपका दे बस आप का नेवेल कार्क तैयार हो गया । इस चित्र में देखिये आप को सारी जानकारीयॉ हो जायेगी ।
इस प्रकार से आप घर पर नेवेल कार्क को आसानी से बना सकते है । यहॉ पर जो चित्र दिया है उसमें एल्‍युमोनियम की एक गोल प्‍लेट है जिसके छिद्र पर प्‍लास्टिक के मोती को चिपका दिया गया है । आप चाहे तो इसकी जगह कॉच की गोली को भी चिपका सकते है कॉच की गोली की चिकनी होती है इससे त्‍वचा पर किसी प्रकार के निशान आदि बनने की संभावना कम होती है ।
नेवेल कार्क का उपयोग :-  नेवेल कार्क का उदेश्‍य केवल इतना होता है कि वह नाभी पर दबाब बना सके इस दबाब की बजह से नाभी का आकार एंव गहराई इसके नियमित कुछ दिनों तक प्रयोग करने से बढ जाती है । अब आप को इसे नाभी पर इस प्रकार से लगाना है ताकि प्‍लास्टिक या कॉच की गोली नाभी के अन्‍दर हो एंव एलुमोनियम प्‍लेट बाहर की तरफ अब इसे अंगुलिये से इतना दबाये ताकि कार्क याने प्‍लास्टिक या कॉच की गोली नाभी के अन्‍दर पूरी तरह से फिट हो जाये । यह गिरे नही इसके लिये आप धॉव पर लगाने बाली बैंडेज जो चिपकती है उसे इस प्रकार से लगाये ताकि वह नाभी के पास की त्‍वचा पर इस प्रकार से चिपक जाये ताकि यह कार्क गिरे नही । नियमित कुछ दिनों तक इसी प्रकार से अपनी सुविधानुसार इसे लगाते रहे । जब नाभी गहरी हो जाये एंव आकार में गोल चौडी हो जाये तो आप चाहे कि इसकी गहराई और आकार को और बडी करना है तो आप उस साईज के कार्क का उपयोग कर सकते है । आप अपने नीशेप पार्लर में इस प्रकार के कार्क को बना कर बेच भी सकते है यह बनाने में बहुत आसान है तथा इसका मूल्‍य आप को आप के मन के मुताबिक नाभी पर लगाने पर मिल सकता है । नेवेल कार्क का प्रयोग नियमिल लम्‍बे समय तक करने से नाभी का आकार स्‍थाई रूप से गहरा हो जाता है । अ
 आज कल युवा महिलाओं में नाभी र्दशना वस्‍त्रों के पहने के कारण गहरी नाभी का अधिक महत्‍व बढा है हर महिला चाहती है कि उसकी नाभी गहरी सुन्‍दर हो परन्‍तु सभी महिलाओं की नाभी गहरी सुन्‍दर नही होती । कई महिलाओं की नाभी ,सकरी ,कम गहरी , फिर उसमें नाभी धारीयॉ स्‍पष्‍ट रूप से दिखलाई देती है इससे नाभी का सौन्द्धर्य जाता रहता है गहरी नाभी ही सुन्‍दर नाभी होती है ।
आज कल फैशनपरास्‍ती परिवारों में छोटी बच्‍चीयों की नाभी की तरफ ध्‍यान दिया जाने लगा है इसलिये वे बच्‍चीयों की नाभी को गहरा सुन्‍दर बनाने के लिये पहले से ही नेवेल कार्क या नेवेल स्प्रिंग का उपयोग करने लगी है । नाभी को गहरा सुन्‍दर आकार देने का कार्य नी शेप पार्लर या नेवेल क्‍लीनिक में होता है ।

सावधानीया:- 1- नेवेल कार्क की साईज इतनी होना चाहिये ताकि नाभी पर लगाने में आसानी से नाभी के अन्‍दर चली जाये , कार्क इस प्रकार का ना हो जिससे त्‍वचा आदि छिले , कार्क को व नाभी को दो तीन दिन बाद निकालते रहना चा‍हिये एंव सफाई करते रहना चाहिये ।



2- कार्क को चिपकाने वाले बैन्‍डेज मेडिकेटेड होना चाहिये तथा इसे खीच कर इस प्रकार से न लगाये जिससे त्‍वचा में अनावश्‍यक खिचाव हो यदि खीच कर चिपकाया जाता है तो इससे नाभी के आस पास की त्‍वचा पर झुरूरीयॉ पड सकती है जिससे वहॉ की त्‍वचा एकदम खराब दिखेगी । इसलिये हमेशा इस बात को ध्‍यान में रखते हुऐ इसे चिपकाये । चिपकने वाले बैंडेज को लगाने का केवल इतना उदेश्‍य होता है ताकि कार्क गिरे नही । कार्क को चिपकाने के बाद कार्क के उपर से आप जो भी वस्‍त्र पहनते है उसे कार्क की प्‍लेट के उपर रखे ताकि कार्क गिरे नही एंव कार्क पर नियमित दबाब बना रहे । आप चाहे तो उपर से रिबिन आदि भी बॉध सकते है इससे एक तो कार्क गिरेगा नही दूसरा कार्क पर नियमित दबाब बना रहेगा इस दबा की वजह से नाभी को गहरा होने में मदद मिलेगी ।



नेवेल कार्क को नाभी के अन्‍दर लगा कर उसे इस प्रकार से किसी चिपकने वाले बैन्‍डेज से चिपका देते है ।

Sunday 2 October 2016

नी शेप’ नारी सौंदर्य में आकर्षक नाभि

नी शेपनारी सौंदर्य में आकर्षक नाभि
   नी शेपनारी सौंदर्य में आकर्षक नाभि अपनी खास अहमियत रखती है. आकर्षक और संतुलित नाभि युवतियों को जहां सैक्सी लुक प्रदान करती है वहीं पार्टी फंक्शन में आकर्षण का केंद्र भी बनती है. आज नाभि दिखाने का फैशन चलन में है.

सविता को पेट के ऊपर साड़ी बांधने पर कसाव महसूस होता है और इस से उसे असुविधा भी होती है, इसलिए वह साड़ी नाभि के नीचे बांधती है, लेकिन उथली नाभि और अंदर की दिखती धारियों की बात से अनजान सविता को उस की सौंदर्य विशेषज्ञ सहेली सुषमा ने जब एहसास कराया तो वह बहुत परेशान हो गई. सुषमा ने इस का उपाय सुझाते हुए कहा कि कुछ युवतियों की नाभि ऊपर की तरफ निकली होती है तो कुछ की नाभि संकरी, छोटी एवं कम गहरी होती है, जो उन के सौंदर्य को कम कर देती है. आजकल नी शेपनामक तकनीक के जरिए नी शेप क्लिनिक एवं पार्लर्स में युवतियों की नाभि को आकर्षक आकार दिया जाता है
तब सविता ने अपनी सहेली सुषमा से विस्तार से इस के बारे में बताने को कहा. जिस पर सुषमा ने बताया कि बदलते परिवेश एवं फैशन की दौड़ में बौडी आर्ट (टैटू), पियर्सिंग (शरीर के अंगों में छेद कर उस में आधुनिक बोल्ड ज्वैलरी पहनाना) के साथसाथ नी शेप का नाम भी जुड़ गया है, जिस के तहत नाभि को आकर्षक बनाया जाता है. नाभि को आकर्षक, गहरी एवं सुंदर बनाने के लिए आजकल नेवल स्प्रिंगतकनीक अपनाई जाती है. इस के अंतर्गत नाभि का नाप ले कर जंगरोधी धातु की नाभि के आकार की एक स्प्रिंग तैयार की जाती है. इस स्प्रिंग की खासीयत है कि यह नाभि के अंदर गहराई में जा कर फैलती है और नाभि के अंदर की त्वचा को दबाती है. फिर इसे नाभि के अंदर डाल कर छोड़ दिया जाता है. जब इस नेवल स्प्रिंग को दबा कर किसी जंगनिरोधी चिमटी के सहारे नाभि की गहराई या सतह पर डाल कर छोड़ा जाता है तब दबाव कम होते ही यह स्प्रिंग अपने बड़े आकार में आ जाती है, इस से नाभि का आकार चौड़ा, गोल एवं आकर्षक हो जाता है. यह स्प्रिंग नाभि में दिखाई नहीं देती है.
इस नेवल स्प्रिंग की एक विशेषता यह भी है कि लगातार नाभि के अंदर रहने से इस के स्प्रिंग के तार त्वचा को दबाते हैं और उस स्थान के सैल्स स्प्रिंग तार के साइज के दबाव के कारण अंदर की तरफ दबतेदबते स्थायी हो जाते हैं और जब नाभि स्थायी रूप से आकर्षक रूप ले लेती है तब स्प्रिंग अपनेआप बाहर निकल जाती है. इस के बाद भी यदि नाभि में पर्याप्त आकर्षण नहीं आता है तो उसी जगह थोड़ी बड़ी स्प्रिंग बना कर डाल देते हैं. इस तरह से नाभि कुछ ही दिन में आकर्षक, गोल एवं गहरी हो जाती है. ब्यूटी क्लिनिक एवं नी शेप क्लिनिक में नाभि में इस नेवल स्प्रिंग को डालने पर सामान्यत: 500 रुपए या उस से अधिक का खर्च आता है.
नेवल स्प्रिंग डालते समय विशेषज्ञों को हाथों में ग्लव्स पहनने चाहिए तथा उन के पास विभिन्न आकार की नेवल स्प्रिंग, स्प्रिंग को नाभि में डालने के लिए विभिन्न प्रकार की चिमटियां एवं फौरसेप होने चाहिए. नेवल स्प्रिंग लगाने से पूर्व नाभि को ऐंटीसैप्टिक लोशन से अच्छी तरह साफ करना चाहिए. नेवल स्प्रिंग जंगरोधी होनी चाहिए, स्प्रिंग के दोनों छोर अंदर की तरफ मुड़े हुए होने चाहिए जिस से कि वे नाभि में अंदर जाने के बाद उसे नुकसान न पहुंचाएं. अगर नेवल स्प्रिंग लगाने के बाद किसी तरह की परेशानी या असुविधा हो तो उसे निकलवा देने में ही समझदारी है.

नी शेप क्लिनिक अभी महानगरों एवं बड़े शहरों तक ही सीमित है, लेकिन धीरे धीरे इन की लोकप्रियता अन्य जगहों पर भी बढ़ेगी. इसी के साथ एक विधि कपिंगहै. इस में किसी खोखली वस्तु (धातु के कप) को मसल्स पर रख कर उस की हवा निकाली जाती है. हवा निकलने से उस जगह पर वैक्यूम पैदा हो जाता है, जिस से वह उस जगह पर चिपक जाता है, इस से वहां खिंचाव शुरू हो जाता है और नए सैल्स बनने से वह जगह फैलनी शुरू हो जाती है. नाभि के पर्याप्त आकार लेते ही कप निकल जाता है. इस विधि में नाभि को जो आकार देना है उस आकार के कप का उपयोग किया जाता है.
इस तरह नाभि को आकर्षक रूप प्रदान किया जाता है ।
नेवल स्प्रिंग :- नेवेल स्प्रिंग एक साधारण सी स्प्रिंग है जो स्‍टीललैस स्‍टील की नाभी साईज अर्थात नाभी के वृत से थोडी सी बडी होती है । इसे सकरी एंव कम गहरी नाभी के अन्‍दर डाल कर छोड दिया जाता है । जैसा कि हम सभी इस बात को अच्‍छी तरह से जानते है कि स्प्रिंग का स्‍वभाव होता है यदि उसे दबा कर छोड दिया जाये तो वह अपने मूल आकार में लौट आती है । इसी उदेश्‍य का उपयोग यहॉ पर नाभी के आकार को बढाने एंव उसे गहरा करने में होता है । कम गहरी या सकरी नाभी या फिर इस प्रकार की नाभी जिसमें नाभी धारीयॉ स्‍पष्‍ट रूप से दिखलाई देती है जिसकी वहज से नाभी का सौर्न्‍दय जाता रहता है । इस प्रकार की नाभी को आकार चौडा गोल शेप में गहरा बनाने के लिये नेवेल स्प्रिंग का प्रयोग नीशेप क्‍लीनिक या नीशेप पार्लर में किया जाता है । इसे नाभी पर लगाना बहुत ही आसान है तथा इसे कभी भी आसानी से निकाला जा सकता है महिलाये स्‍वंय इसे अपनी सुविधानुसार लगा सकती है एंव निकाल सकती है नेवेल स्प्रिंग का उपयोग स्‍थाई एंव अस्‍थाई दोनो तरीके से किया जा सकता है । नेवल स्प्रिंग का एक फायदा यह भी है कि इससे नाभी निश्‍चत रूप से आकार में गोल चौडी गहरी सुन्‍दर हो जाती है । नेवल स्प्रिंग को नाभी के अन्‍दर डाल कर छोड देने से वह अपने स्‍वाभाविक दबाब के कारण नाभी के अन्‍दर के मसल्‍स पर दबाब डालती है इससे स्प्रिंग का पतला तार नाभी के अन्‍दर मसल्‍स में इस प्रकार दबाब देते हुऐ छिप जाता है कि आसानी से नजर नही आता इसीलिये ऐसी महिलाये जो पार्टी या किसी फंगशन आदि में जाती है या फिर फिल्‍म मीडिया या टेलीविजन अदाकारा जो नाभी र्दशना वस्‍त्र पहनना चाहती है वे अस्‍थाई नेवेल स्प्रिंग का प्रयोग करती है ताकि उनकी नाभी गहरी सुन्‍दर दिखे ।
नेवेल स्प्रिंग:- नेवल स्प्रिंग स्‍टील की एक साधारण सी स्प्रिंग है जो नाभी के साईज या नाभी साईज से थोडी सी बडी होती है । इसे नाभी के अन्‍दर की सतह पर दबा कर छोड दिया जाता है दबाव के कम होते ही स्प्रिंग अपने स्‍वाभाव के कारण अपनी मूल स्थीति में आ जाती है एंव नाभी की दिवारों पर दबाब देते हुऐ आकार में चौडा कर देती है यदि नाभी पर धारीयॉ स्‍पष्‍ट रूप से दिखलाई दे रही है तो वह भी स्प्रिंग की दबाब की वजह से आसानी से छिप जाती है । स्प्रिंग के इस दबाब के कारण नाभी आकार में गोल गहरी दिखलाई देने लगती है । नाभी पर नेवल स्प्रिंग को लगाना बहुत आसान है आप नाभी की साईज से थोडी बडी साईज की स्प्रिंग को ले एंव इसे अंगुलियों से दबाते हुऐ नाभी के अन्‍दर डालकर छोड दे आप चाहे तो फारशेप या किसी चिमटी का प्रयोग भी कर सकते है । जैसे ही इसे नाभी की सतह पर छोडा जाता है यह फैल कर नाभी के आकार को गोल बना देती है । तथा नाभी का साईज इसके नियमित उपयोग से स्‍थाई रूप से आकार में गोल एंव गहरा हो जाता है । इसके नियमित उपयोग से जब नाभी का आकार बढ जाता है तो यह स्प्रिंग अपने आप निकल जाती है । इससे यह सिद्ध होता है कि नाभी का आकार पहले की अपेक्ष बढ गया है यदि आप को इससे भी अधिक आकर में नाभी को चौड गोल करना हो तो उससे कुछ बडी साईज के नेवल स्प्रिंग का प्रयोग कर सकते । वैसे तो मात्र नेवल स्प्रिंग से नाभी आकार में चौडी गोल हो जाती है परन्‍तु कुछ महिलाओं की नाभी आकार में चौडी तो हो जाती है परन्‍तु गहरी कम होती है उन्‍हे नेवेल स्प्रिंग के बाद नेवेल कार्क का प्रयोग करना चाहिये इसके साथ ही यदि नाभी के उपर के मसल्‍स कम है तो कपिंग का प्रयोग कर नाभी प्रदेश के मसल्‍स को उभारा जा सकता है । नाभी प्रदेश के मसल्‍स के उभरने से नाभी स्‍वाभाविक रूप से अधिक गहरी दिखने लगती है ।
सावधानी:- नेवेल स्प्रिंग का प्रयोग प्रारम्‍भ में उतनी ही साईज का करे जिससे नाभी पर अधिक दबाब न पडे एंव स्प्रिंग इस प्रकार की होना चाहिये ताकि त्‍वचा को नुकसान न हो । 2-समय समय पर नेवल स्प्रिंग को निकाल कर किसी एन्‍टीसेप्‍टीक लोशन से साफ करते रहना चाहिये । साथ ही नाभी के अन्‍दर भी सफाई करना आवश्‍यक है । 3- नाभी के आकार को अधिक चौडा करना हो तो नेवेल स्प्रिंग की साईज को समय समय पर बढाते जाना चाहिये ।
 नीशेप क्‍लीनिक की जानकारी हमारी साईड एंव अन्‍य कुछ ब्‍लागर साईड पर उपलब्‍ध है इसका प्रशिक्षण घर बैठे पत्राचार के माध्‍यम से किया जा सकता है । ब्‍यूटी पार्लस में व इसका स्‍वत्रंत पार्लस खोलकर इसे लाभ का व्‍यवसाय बनाया जा सकता है चॅूकि अभी इसके जानकारों का व्‍यप्‍त अभाव है हमारे हिन्‍दुस्‍थान में मात्र महानगरों काेे छोड कर इसकी सेवाये अभी कही और नही है अत: इसका पार्लस चालू करते ही ग्राहक अपने आप आने लगते है और आप का नेट वर्क बिना किसी प्रचार प्रसार के अपने आप बनने लगता है । आज कल युवा महिलाओं में नाभी प्रर्दशन की वहज से गहरी आकृषक नाभी का महत्‍व बढा है । इसलिये ऐसी महिलाये जिसे नी शेप क्‍लीनिक की जानकारी नही है वे अपनी नाभी को प्‍लास्टिक सर्जरी से गहरा कराती है । प्‍लास्टिक सर्जरी सभी के बस की बात नही है क्‍योकि यह काफी महंगी पडती है । जबकि नीशेप प्रकिया से नाभी को सुरक्षित तरीके से गहरा आकृषक बनाया जा सकता है फिर इसका खर्च भी न के बराबर है ।

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